भिवाड़ी जल भराव: सात माह बाद भी पानी ही पानी, सत्ता बदली पर हालात नहीं, शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

bhiwadi water logging issue

भिवाड़ी जल भराव: सोहना पलवल हाईवे पर जलभराव समस्या को लेकर सात महीने बीत जाने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है। सोमवार की रात को बारिश के कारण कंपनियों ने फिर से अधिक पानी छोड़ दिया है। इसके परिणामस्वरूप, यहां 3 फीट तक पानी भर गया है। राजस्थान में सोहना पलवल हाईवे पर सत्ता का परिवर्तन हो गया है, लेकिन जलभराव समस्या का हल अभी भी नहीं निकला है।

भिवाड़ी जल भराव

धारूहेड़ा प्रशासन ने जुलाई में अलवर बाइपास के पास रैंप बनाकर उद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले दूषित पानी को रोकने का प्रयास किया था। नालों को पूरी तरह बंद कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद सोहना पलवल हाईवे पर जलभराव की समस्या बनी रही है।

भिवाड़ी और धारूहेड़ा के लोगों के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां उद्योगिक क्षेत्र के कारण बड़ी संख्या में लोग रोज़ाना यात्रा करते हैं। इससे वाहन चालकों को भी परेशानी हो रही है। भिवाड़ी के जलभराव को दूर करने के लिए राजस्थान सरकार ने लगभग सौ करोड़ रुपये का बजट देने का विचार किया था, लेकिन इसके बावजूद तब तक कोई योजना सिर पर नहीं चढ़ी है। सोहना पलवल हाईवे पर जलभराव की समस्या अब भी बनी हुई है।

जलभराव समस्या को हल करने के लिए कलेक्टर अर्तिका शुक्ला ने अधिकारियों के साथ लगभग ढाई घंटे तक बैठक की। बैठक में जलभराव के कारण और निवारण पर विचार किया गया। जलभराव को दूर करने के लिए तकनीकी कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देश दिया गया। इसके साथ ही जलभराव के स्थायी निवारण के लिए कई बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। नगर परिषद को लंबित सीवेज कनेक्शन सात दिनों में पूरा करना होगा। रीको को सीईटीपी से कनेक्शन नहीं लेने वाली और नाले में पानी छोड़ने वाली फैक्ट्री की रिपोर्ट सात दिनों में देनी होगी।

See also  हेड कांस्टेबल के द्वारा महिला को थप्पड़ मारने के मामले में सिख समुदाय ने भिवाड़ी एसपी को घेरा, थाना अधिकारी और पार्षद के निलंबन की मांग

यह भी पढ़े: भिवाड़ी के सरकारी दफ्तर चल रहे उधारी की बिजली से, लाखो का बिल बकाया

जलभराव के निवारण के लिए राज्य स्तर पर कमेटी गठित की गई है जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर करेंगे, और स्थानीय स्तर पर भी एक कमेटी गठित की गई है जिसकी अध्यक्षता बीडा के सीईओ करेंगे। कमेटी हर हफ्ते बैठक करेगी। इस संबंध में रेवाड़ी के उच्चाधिकारियों से भी चर्चा की जा रही है। बैठक में एसपी अनिल बेनीवाल, बीडा के सीईओ सलोनी खेमका, एडीएम अश्वनी के पंवार, रीको यूनिट हेड जीके शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

बाइपास पर एमपीएस स्कूल में पानी भरने और स्कूल के तीनों गेट के सामने जलभराव होने से परेशान शिक्षकों ने बीडा में प्रदर्शन किया। तीन बजे ही शिक्षक बीडा पहुंच गए। कलेक्टर के आगमन पर उन्होंने ज्ञापन सौंपा और अपनी समस्या बताई। शिक्षकों ने बताया कि स्कूली बच्चे सबसे अधिक समस्या झेल रहे हैं। बुधवार से परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, बच्चे कैसे स्कूल में पहुंचेंगे। इस पर कलेक्टर ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा।

बैठक जारी रही, और शिक्षक बाहर इंतजार करते रहे। काफी देर बाद भी कलेक्टर से वार्ता नहीं हुई, तो शिक्षक अंत में कक्षा के बाहर अंदर जाने की जिद करने लगे। इससे हंगामा हो गया। बाद में डीएसपी मुकेश चौधरी और थानाधिकारी सचिन शर्मा ने शांत किया।

हरियाणा का पानी रोका

भिवाड़ी के प्राकृतिक बहाव को रोकने के बाद स्थानीय प्रशासन ने हरियाणा से भिवाड़ी में आने वाले नालों को रोकना शुरू कर दिया है। पुलिस जाब्ता भी रुकावट वाले स्थानों पर तैनात की गई है। भिवाड़ी में हरियाणा से आने वाले दो एमएलडी पानी होता है।

पोस्ट को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *