भिवाड़ी के अलवर जिले में त्रेहान होम डेवलपर्स के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड चल रही है। जिससे हड़कंप मचा हुआ है। जयपुर-दिल्ली से आए आईटी के अधिकारी अपना घर शालीमार के ऑफिस और शालीमार के मालिक अशोक सैनी के घर पर रेड कर रहे है। दोनों की जगह पर बाहर सुरक्षाबलों की तैनाती है और किसी को अंदर/बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। यह रेड त्रेहान ग्रुप के फरीदाबाद, गुडगांव और भिवाड़ी में स्थित ठिकानों पर भी चल रही है।
त्रेहान होम डेवलपर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज
यह रिपोर्ट दर्ज आईटी रेड से दो दिन पहले हुई थी। यह रिपोर्ट अमृत कलश सोसायटी के एक फ्लैट में रहने वाले आनंद गुप्ता ने कराई थी। उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ बाजार गए थे, तभी उनके फ्लैट में आग लग गई, जिसमें करीब 1.5 करोड़ रुपये का सामान जलकर राख हो गया। जब वह बाजार से सोसाइटी पहुंचे, तो वहां से धुआँ-धुआँ निकल रहा था। उसके बाद उन्होंने आग की सूचना होम डेवलपर्स के डायरेक्टर अशोक और सोसायटी के सभी मेंटेनेंस अधिकारियों को दी, लेकिन कोई भी कर्मचारी समय पर नहीं पंहुचा। इतना ही नहीं अमृत कलश सोसायटी में लगे फायर सिस्टम भी काम नहीं कर रहे थे, जिसके कारण नगर निगम की दमकल गाड़ी को बुलाया गया। जिसके बाद बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
अशोक सैनी पर क्या आरोप
आनंद गुप्ता ने त्रेहान होम डेवलपर्स के निदेशक अशोक सैनी पर धोखाधड़ी से फ्लैट बेचने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवा दी। उन्होंने कहा कि सोसायटी में फ्लैट बेचते समय बिल्डर ने जरिए सभी आवश्यक अनापत्ति
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प्रमाण पत्र संबंधित विभाग के जरिए करना। गुप्ता ने सीधे ही बिल्डर पर आरोप लगाया कि उन्होंने धोखाधड़ी से फ्लैट बेचा है। उस फ्लैट की रजिस्ट्री उसने आज तक नहीं कराई है।
सोसाइटी में क्या-क्या सुविधाएँ नहीं है
सोसायटी में 10 मंजिल तक 100 फ्लैट हैं, लेकिन इसमें फायर एनओसी नहीं है, न ही रेरा के जरिए एनओसी ली गई है, पूरे फ्लैट में लाइट वायरिंग का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी वजह से शॉर्ट सर्किट हुआ है और इसके अलावा गीजर का प्वाइंट फोर सीलिंग से होकर गुजरता है, जिसके कारण गीजर में खराबी आते ही फोर सीलिंग में आग लग जाती है। फ्लैट में ना तो अलार्म सिस्टम है ना सिक्योरिटी सिस्टम है। फ्लैट में लिफ्ट लगी हुई है लेकिन पावर बैकअप नहीं होने के कारण फ्लैट में लाइट जाने पर वह काम नहीं करती है। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक डोर लॉक का सिस्टम भी बेहद खराब है। यहां पर रखे गए किसी भी कर्मचारियों को कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई है और ना ही दमकल की कोई व्यवस्था है।